Showing posts with label Wisdom. Show all posts
Showing posts with label Wisdom. Show all posts

Saturday, November 24, 2018

The Wise Man



People visit a wise man complaining about the same problems over and over again. One day, he decided to tell them a joke and they all roared with laughter.

After a few minutes, he told them the same joke and only a few of them smiled.

Then he told the same joke for a third time, but no one laughed or smiled anymore.

The wise man smiled and said: “You can’t laugh at the same joke over and over. So why are you always crying about the same problem?”

Moral of the story: Worrying won’t solve your problems, it’ll just waste your time and energy.

Tuesday, July 17, 2018

सुख और दुख की परिभाषा



ऐ "सुख" तू कहाँ मिलता है..
क्या तेरा कोई स्थायी पता है..

क्यों बन बैठा है अन्जाना..
आखिर क्या है तेरा ठिकाना..

कहाँ कहाँ नहीं ढूंढा तुझको..
पर तू ना कहीं मिला मुझको..

ढूँढा ऊँचे मकानों में..
बड़ी बड़ी दुकानों में..

स्वादिष्ट पकवानों में..
चोटी के धनवानों में..

वो भी तुझको ढूंढ रहे थे..
बल्कि मुझको ही पूछ रहे थे..

क्या आपको कुछ पता है..
ये सुख आखिर कहाँ रहता है?

मेरे पास तो "दुःख" का पता था..
जो सुबह शाम अक्सर मिलता था..

परेशान होके रपट लिखवाई..
पर ये कोशिश भी काम न आई..

उम्र अब ढलान पे है..
हौसले थकान पे है..

हाँ उसकी तस्वीर है मेरे पास..
अब भी बची हुई है आस..

मैं भी हार नही मानूंगा..
सुख के रहस्य को जानूंगा..

बचपन में मिला करता था..
मेरे साथ रहा करता था..

पर जबसे मैं बड़ा हो गया..
मेरा सुख मुझसे जुदा हो गया..

मैं फिर भी नही हुआ हताश..
जारी रखी उसकी तलाश..

एक दिन जब आवाज ये आई..
क्या मुझको ढूंढ रहा है भाई..

मैं तेरे अन्दर छुपा हुआ हूँ..
तेरे ही घर में बसा हुआ हूँ..

मेरा नही है कुछ भी "मोल"..
सिक्कों में मुझको ना तोल..

मैं बच्चों की मुस्कानों में हूँ..
हारमोनियम की तानों में हूँ..

पत्नी के साथ चाय पीने में..
"परिवार" के संग जीने में..

माँ बाप के आशीर्वाद में..
रसोई घर के पकवानो में..

बच्चों की सफलता में हूँ..
माँ की निश्छल ममता में हूँ..

हर पल तेरे संग रहता हूँ..
और अक्सर तुझसे कहता हूँ..

मैं तो हूँ बस एक "अहसास"..
बंद कर दे तु मेरी तलाश..

जो मिला उसी में कर "संतोष"..
आज को जी ले, कल की न सोच..

कल के लिए आज को ना खोना..

मेरे लिए कभी दुखी ना होना..
मेरे लिए कभी दुखी ना होना..

Saturday, July 7, 2018

Surprise Test - A Short Inspirational Story

Surprise Test



एक प्रोफ़ेसर अपनी क्लास में आते ही बोले,
........“चलिए,आज आप सभी का Surprise Test हो जाय।"
सुनते ही घबराहट फैल गई Students में!
कुछ किताबों के पन्ने पलटने लगे तो कुछ लगे पढ़ने सर के दिए नोट्स।
“ये सब कुछ काम नहीं आएगा….”, प्रोफेसर साहब मुस्कुराते हुए बोले, Question Paper
.............रख रहा हूँ आपके सामने, जब सारे पेपर बट जाएं तभी आप उसे पलट कर देखें।"
बाँट दिए गए पेपर्स सभी Students को।
“ठीक है ! अब आप पेपर देख सकते हैं।"बोले प्रोफेसर साहब।
अगले ही क्षण सभी Question Paper को निहार रहे थे,
लेकिन यह क्या?* .............कोई प्रश्न था ही नहीं उस पेपर में !
था तो *White* पेपर पर केवल एक Black स्पॉट⚫
"यह क्या सर? इसमें तो Question* है ही नहीं!", एक छात्र खड़ा होकर बोला ।
“जो भी है आपके सामने है। आपको बस इसी को Explain करना है।लेकिन!ध्यान रहे इसके लिए आपके पास केवल 10 मिनट ही हैं And your time starts now.
चुटकी बजाते  मुस्कुराते हुए बोले प्रोफेसर।
कोई चारा न था उन हैरान Students के पास।
वे जुट गए उस अजीब से प्रश्न का Answer लिखने में।
10 मिनट बीतते ही प्रोफेसर साहब ने फिर से बजाई चुटकी Time is over. और लगे Answer Sheets collect करने।
Students अभी भी हैरान परेशान।
प्रोफेसर साहब ने सभी Answer Sheets चैक कीं।
सभी ने ⚫ Black स्पॉट ⚫ को अपनी तरह से समझाने की कोशिश की थी, लेकिन किसी ने भी उस स्पॉट के चारों ओर मौजूद *White Space* के बारे में लिखने की जहमत ही नहीं उठाई।
प्रोफ़ेसर साहब गंभीर होते हुए बोले,“इस Test का आपके Academics से कोई लेना-देना नहीं है, ना ही मैं इसके कोई Marks देने वाला हूँ। इस Test के पीछे मेरा एक ही मकसद है..........
...............मैं आपको जीवन की एक अद्भुत सच्चाई बताना चाहता हूँ।
देखिये! यह पेपर 99% White है…...
.........लेकिन आप में से किसी ने भी इसके बारे में नहीं लिखा और अपना 100% Answer केवल उस एक चीज को Explain करने में लगा दिया जो मात्र 1% है….........
.............. यही बात हमारी Life में भी देखने को मिलती है।......…
.............. Problems* हमारे जीवन का एक छोटा सा हिस्सा होती हैं, लेकिन हम अपना पूरा ध्यान इन्हींपर लगा देते हैं….....
...........कोई दिन रात अपने Looks को लेकर परेशान रहता है तो कोई अपने carrier को लेकर चिंता में डूबा रहता है, तो कोई पैसों का रोना रोता रहता है, कोई दूसरे की छोटी सी गलती को अपने दिमाग में रखे रखता है।
क्यों नहीं हम अपनी Blessings Count कर खुश होते हैं….....
..............क्यों नहीं हम पेट भर खाने के लिए उस सर्व शक्तिवान प्रभु को Thanks कहते हैं….......?
क्यों नहीं हम अपनी प्यारी सी फैमिली के लिए शुक्रगुजार होते हैं….....?
क्यों नहीं हम Life की उन 99% चीजों की तरफ ध्यान देते जो सचमुच हमारे जीवन को अच्छा बनाती हैं.........?
क्यों नहीं हम अपने मित्रों सम्बन्धियों की Mistakes को Ignore कर अपने Relations को टूटने से बचाते है..........?
Students प्रोफेसर साहब की दी गई इस सीख से गदगद थे।
आईये आज से ही हम Life की Problems को ज्यादा Seriously लेना छोडें, मित्रों/सम्बन्धियों की Mistakes को भूलें और जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को..........
........... ENJOY करना सीखें तभी हम ज़िन्दगी को सही मायने में जी पायेंगे......

वो ज़माना कुछ और था

वो ज़माना और था.. कि जब पड़ोसियों के आधे बर्तन हमारे घर और हमारे बर्तन उनके घर मे होते थे। वो ज़माना और था .. कि जब पड़ोस के घर बेटी...